हरिद्वार संसदीय सीट से बतौर भाजपा प्रत्याशी नामांकन कराने वाले पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के पास महज 56 हजार की नकदी है। जबकि, उनकी पत्नी सुनीता के पास महज 32 हजार रुपये। हालांकि, त्रिवेंद्र के बैंक खाते में 59 लाख 88 हजार 913 रुपये और पत्नी के खाते में 94 लाख 80 हजार 261 रुपये जमा हैं।
नामांकन पत्र के साथ दाखिल दिए गए शपथ पत्र में त्रिवेंद्र ने यह जानकारी दी है। भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शपथ पत्र में बताया कि उनके पास 40 ग्राम सोना है, जबकि पत्नी के पास 110 ग्राम।
बाजार भाव के हिसाब से त्रिवेंद्र के पास मौजूद नकदी व सोने की कीमत 62 लाख 92 हजार रुपये है। पत्नी के पास मौजूद नकदी और सोना मिलाकर यह आंकड़ा एक करोड़ एक लाख 92 हजार 61 रुपये बैठता है।
कृषि भूमि की बात करें तो त्रिवेंद्र के पास 47 लाख रुपये और पत्नी के पास 10 लाख 68 हजार रुपये मूल्य की कृषि भूमि है। गैर कृषि भूमि उनके पास छह लाख 94 हजार रुपये और पत्नी के पास 18 लाख रुपये मूल्य की है।
पति-पत्नी के पास कोई व्यावसायिक संपत्ति नहीं है और दोनों पर कोई कर्ज भी नहीं है। हालांकि, 75 लाख रुपये की लायबिलिटी बताई गई है। त्रिवेंद्र के नाम 3.5 करोड़ रुपये और पत्नी के नाम 80 लाख रुपये का आवासीय भवन है। त्रिवेंद्र ने वर्ष 1983 में स्नातकोत्तर किया।
हरिद्वार संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया। उन्होंने नामांकन के चार सेट दाखिल किए। इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने आनलाइन अपने नामांकन का डाटा भरा था। नामांकन दाखिल करने से पूर्व रावत ने पत्नी सहित हरकी पैड़ी पहुंचकर गंगा पूजन कर जीत का आशीर्वाद लिया। बाद में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ भेंटवार्ता की और भाजपा की बैठक में भाग लिया। नामांकन दाखिल करने के बाद त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन पर विश्वास जताते हुए हरिद्वार की मर्यादा व गरिमा एवं विकास के लिए चुनाव मैदान में उतारा है। प्रधानमंत्री के विश्वास पर खरा उतरने का वे पूरा प्रयास करेंगे।