
प्रेमनगर थाना क्षेत्र के डकैती कांड में शामिल तीनों पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। तीनों पर नौकरी से बर्खास्तगी की तलवार भी लटक गई है। चार्जशीट न्यायालय में दाखिल होते ही बर्खास्तगी की फाइल शुरू करने की तैयारी अफसरों ने कर ली है।
बीते 31 जनवरी को प्रेमनगर थाना क्षेत्र के झाझरा इलाके में ऋषिकेश के निवासी प्रॉपर्टी डीलर से डकैती हुई। प्रेमनगर थाना क्षेत्र में हुई डकैती में इस थाने में तैनात सिपाही इकरार मूल निवासी नैहनपुर, लक्सर और आईआरबी का सिपाही अब्दुल रहमान मूल निवासी जलालपुर, टोडा कल्याणपुर, थाना रुड़की और आईआरबी का सिपाही सालम मूल निवासी डोबरी, थाना सहसपुर शामिल था। घटना का पता लगते ही पुलिस मुख्यालय ने गंभीरता से लिया।
जांच कराई जा रही है कि जिस वक्त सिपाही ने वारदात की, उस वक्त थाने की डीजी में उसकी मौजूदगी कहां दर्ज है। थाना स्तर पर लापरवाही की समीक्षा की जा रही है। पुलिस मुख्यालय ने मामले में जिला पुलिस से रिपोर्ट तलब की है।
डीजीपी का कहना है कि खाकी को बदनाम करने वाले दोबारा वर्दी न पहन पाएं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। चार्जशीट जारी होते ही बर्खास्तगी की फाइल शुरू होगी।
पुलिसकर्मियों समेत सातों आरोपी जेल भेजे
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपियों ने प्रेमनगर क्षेत्र में ऋषिकेश के प्रॉपर्टी कारोबारी यशपाल सिंह असवाल के साथ डकैती की। मामले में रविवार को मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपी आईआरबी के सिपाही अब्दुल रहमान, आईआरबी के सिपाही सालम, प्रेमनगर थाने के सिपाही इकरार, राजकुमार, राजेश रावत, कुंदन सिंह नेगी और राजेश कुमार चौहान को गिरफ्तार किया। सोमवार दोपहर को कोर्ट से आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।