प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारायण आश्रम और आदि कैलाश के प्रस्तावित दौरे से सीमांत जिले पिथौरागढ़ और चमोली जिले को सौगात मिलने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री पिथौरागढ़ से ज्योलिंगकांग और चमोली के लापथल को जोड़ने के लिए टनल (सुरंग) और सड़क निर्माण को स्वीकृति दे सकते हैं। राज्य सरकार का ये प्रस्ताव लंबे समय से केंद्र सरकार के पास विचाराधीन है। कुछ समय पूर्व सीएम ने दिल्ली में पीएम से मुलाकात कर इस प्रस्ताव को लेकर चर्चा की थी। कयास लगाए जा रहे हैं प्रधानमंत्री सामरिक और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण इस प्रस्ताव को स्वीकृति दे सकते हैं।
वर्तमान में ज्योलिंगकांग आदि कैलाश से चमोली के लापथल की दूरी 490 किमी है। अगर इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिल जाए तो यह दूरी सिर्फ 42 किमी रह जाएगी। राज्य सरकार ने कुछ समय पूर्व केंद्र सरकार को भेजे प्रस्ताव में टनल निर्माण का सुझाव और भारत-चीन सीमा पर स्थित दो घाटियों को जोड़ने का जिक्र किया है।
यही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 और 12 अक्तूबर के अपने प्रस्तावित कार्यक्रम में अगर इस योजना को स्वीकृति दे देते हैं तो आईटीबीपी की दो महत्वपूर्ण चौकियां भी आपस में जुड़ जाएंगी। वर्तमान में दोनों जिले अलग-अलग घाटियों में स्थित हैं। प्रस्तावित सुरंग के बनने से सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा। इसके बनने से सीमांत क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियां भी बढ़ेंगी। दोनों ही जिलों में कई ऐसी मनोरम घाटियां हैं जहां वर्तमान में पर्यटक पहुंच ही नहीं पाते हैं।
इसके अलावा प्रधानमंत्री मुनस्यारी स्थित मिलम से जोशीमठ मलारी के लिए सड़क निर्माण को भी स्वीकृति दे सकते हैं। ये सड़क भारतमाला प्रोजेक्ट में स्वीकृत है। मुनस्यारी के धापा बैंड से मिलम के लिए बन रही 65 किमी सड़क का कार्य कुछ माह में पूरा होने की उम्मीद है। बीआरओ को अब चार किमी सड़क का निर्माण और करना है। दोनों सड़कें सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।
वर्तमान में भारत-चीन सीमा पर कोई सीधा मार्ग नहीं है जो चमोली के लापथल में आईटीबीपी पोस्ट को पिथौरागढ़ में ज्योलिंगकांग आईटीबीपी की पोस्ट से जोड़ता हो। इन दोनों चौकियों के जुड़ने से सेना, आईटीबीपी और पर्यटन गतिविधियों के बढ़ने की उम्मीद है। साथ ही सीमांत के गांव भी आबाद होने लगेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदि कैलाश दर्शन के लिए ज्योलिंगकांग में एक ऐसे स्थान स्थान को चिह्नित कर विकसित करने की तैयारी की जा रही हैं जहां से वे आदि कैलाश और पार्वती कुंड के एक साथ दर्शन कर सकें। वहीं वर्तमान में गुंजी से कुटी तक 19 किमी सड़क पर डामरीकरण का कार्य भी पूरा हो गया है। इससे आगे भी सड़क पर हॉटमिक्स करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। गणेश नाले को भी ठीक किया जा रहा है। आदि कैलाश में हेलीपैड का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। वहीं आदि कैलाश और नाभीढांग ओम पर्वत के दर्शन के लिए गए पर्यटकों के दल ने बताया कि नाभीढांग ओम पर्वत में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लिए कोई तैयारी नहीं दिख रही है। पर्यटकों ने बताया कि ओम पर्वत में इस बार बर्फ भी काफी कम हो गई है और पूरा ओम पर्वत काला नजर आ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित दौरे की तैयारियों के कारण जिला मुख्यालय की सड़कें संवरने लगी हैं। जनता भी दुआएं कर रही है कि काश! ऐसे वीआईपी दौरे हर छह माह में होते रहते। प्रधानमंत्री मोदी का 11 अक्तूबर को धारचूला के चौदास घाटी में स्थित नारायण आश्रम में रात्रि प्रवास का कार्यक्रम प्रस्तावित है। इसके बाद अगले दिन प्रधानमंत्री व्यास घाटी के आदि कैलाश और ओम पर्वत का दर्शन करेंगे। इस दौरान वह स्थानीय लोगों से भी वार्ता करेंगे। 12 अक्तूबर को ही उनका पिथौरागढ़ स्पोर्ट्स स्टेडियम में जनसभा का कार्यक्रम प्रस्तावित है। हालांकि अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन प्रशासनिक अमला पूरी तरह अलर्ट है। नैनीसैनी हवाई पट्टी से स्टेडियम तक हॉटमिक्स का कार्य किया जा रहा है।
आंतरिक सड़कें टकाना, लिंक रोड, जीआईसी रोड, घंटाकरण आदि जगहों पर भी हॉटमिक्स का कार्य तेजी से किया जा रहा है। स्टेडियम के पास दीवारों पर कुमाऊंनी संस्कृति को बढ़ावा देने वाले चित्र उकेरे जा रहे हैं। नारायण आश्रम और व्यास घाटी में भी तैयारियां तेजी से चल रही हैं। भाजपा संगठन भी पूरी तैयारी में जुटा हुआ है।