Big breaking :-यहाँ कार्डियक कैथ-लैब और स्टेट ऑफ आर्ट सेन्ट्रल लेबोरेटरी का किया स्वास्थ्य मंत्री ने निरीक्षण।

 

कार्डियक कैथ-लैब और स्टेट ऑफ आर्ट सेन्ट्रल लेबोरेटरी का किया स्वास्थ्य मंत्री ने निरीक्षण।

स्वास्थ्य मंत्री बोले, जल्द जनता की सेवा में समर्पित होगी दोनों महत्वपूर्ण यूनिट।

जनता को लगातार मिलती रहेगी बेस अस्पताल में बेहतर चिकित्सीय सेवाएं।

श्रीनगर। प्रदेश के माननीय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी ने बुधवार को बेस चिकित्सालय में जन चिकित्सीय सेवाओं की बेहतरी के लिए बनाई जा रही कैथ लैब और स्टेट ऑफ आर्ट सेन्ट्रल लेबोरेटरी (अत्याधुनिक प्रयोगशाला) का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जल्द दोनो यूनिट को जनता की सेवा के लिए समर्पित की जायेगी। ताकि गढ़वाल के विषम भौगोलिक छेत्र मे निवासित जनता को बेस चिकित्सालय में लैब की सभी जाचो के साथ – साथ सुपर-स्पेशलिस्ट सेवाएं प्रदान हो सके। कहा कि कार्डियो कैथ लैब बनने यहां हार्ट से सम्बंधित बीमारी की जांच एंजियोग्राफी व बीमारी के ईलाज एंजियोप्लास्टी व अन्य की सुविधा मिलेगी। इसके लिए कार्डियोलॉजिस्ट की तैनाती करने के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया पूर्ण हो गयी है।

 

 

 

बेस चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी ने कार्डियक कैथ लैब पहुंचकर यहां पर चल रहे कार्यो के साथ ही बैड, मशीन, आक्सीजन सप्लाई, प्री- आपरेटिव व पोस्ट- आपरेटिव वार्ड के साथ-साथ ही अन्य सभी जानकारियां ली गई। साथ ही जो-जो कमी है, उसे जल्द दूर करने के निर्देश दिये गये। कहा कि कार्डियोलॉजिस्ट व कार्डियोटैक्नीशियन की तैनाती होते ही कैथ-लैब शुरु कर दी जायेगी। कहा कि कैथ-लैब बनने से यहां हार्ट संबंधी रोगों का इलाज संभव होगा और मरीजों को इलाज के लिए ऋषिकेश, दून या अन्य बड़ें शहरों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। बेस चिकित्सालय गढ़वाल क्षेत्र के साथ ही चारधाम यात्रा का प्रमुख एव मुख्य केन्द्र है। स्वास्थ्य मंत्री ने स्टेट ऑफ आर्ट सेन्ट्रल लेबोरेटरी (अत्याधुनिक प्रयोगशाला) का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इसमें बायोकेमेस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी, पैथोलॉजी समेत सभी तरह की जांच एक जगह पर होगी। इस तरह एक ही जगह सैंपल देना होगा व वही से आपको सारी रिपोर्ट मिल जायेगी। इस तरह मरीज व उनके तीमारदारों को इधर-उधर भटकने से मुक्ति मिल जायेगी। मेडिकल कॉलेज एव चिकित्सालय में अभी जितनी भी जांचें होती हैं, उनके अलावा सभी नई जांचे भी इसमें शामिल की जाएंगी। जांचें अत्याधुनिक मशीनों से होंगी, जिससे जांच रिपोर्ट की क्वालिटी हर रोज चैक होगी।

 

 

 

इसके साथ ही मरीजों को एसएमएस, ईमेल और व्हाट्सएप के जरिए भी जांच रिपोर्ट उपलब्ध करा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही उक्त सेवा को जनता के लिए समर्पित किया जायेगा। उन्होंने मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ के.एस.बुटोला को एंडोस्कोपी संबंधी प्रशिक्षण कर उक्त जांच जल्द शुरु कराने के निर्देश दिये। इस मौके पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत, एडिशनल मेडिकल सुपरिटेंडेंट व मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. केएस बुटोला व सम्बंधित कर्मी मौजूद थे।

 










सम्बंधित खबरें